Thursday, 10 December 2020

असली जीत का मजा

जब जीत आसानी से मिल जाए,

तो जितने की अहसास नहीं होता है।

हमें जितना भी है, लेकिन कठिनाइयों से गुजर के,

वरना वह जीत कुछ खाश नहीं होता है।

      

                                - कवि निरज यादव

Submitted in anthology (BEJUBAN ISHQ)


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गमछा

इस गमछे की एहमियत हमें बचाये रखना है। दुनिया के किसी भी कोने में क्यों न रहे? गमछा सदा लगाये रखना है।