Thursday, 3 June 2021

Environment Day, 2021

कि सुख गया बगीचा पूरा, दिख नहीं रहा हरियाली रे...

ये क्या किया तुमने?... बताओ मेरे माली रे...

कि सुख गया बगीचा पूरा, दिख नहीं रहा हरियाली रे...

ये क्या किया तुमने?... बताओ मेरे माली रे...


मैंने तो तुमको पेड़ दिया, ताकि तुम इसका फल खाओ,

इसकी रक्षा करो और भी पेड़ लगाओ।

पर तुमने इन सबको कर दिया खाली रे...

ये क्या किया तुमने?... बताओ मेरे माली रे...


रंग-बिरंगे फूल दिए ताकि तुम इसको सजाओ,

अपने घर के आस-पास लगाओ और सुन्दर बनाओ।

कि अब दिख नही रहा फूलों की ङाली रे...

ये क्या किया तुमने?... बताओ मेरे माली रे...


तुमने पशु-पक्षियों का घर उजाड़ा,

और एक-एक को तुमने गिन-गिन कर मारा।

अब तो अपनी गलतियों को सुधारो हाली-हाली रे...

ये क्या किया तुमने?... बताओ मेरे माली रे...


कि सुख गया बगीचा पूरा, दिख नहीं रहा हरियाली रे...

ये क्या किया तुमने?... बताओ मेरे माली रे...

कि सुख गया बगीचा पूरा, दिख नहीं रहा हरियाली रे...

ये क्या किया तुमने?... बताओ मेरे माली रे..

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