Tuesday, 21 June 2022

ऐ मोदी जी, राउर अब राज़ ना चली

ऐ मोदी जी, राउर अब राज़ ना चली

जे मन में आवे ला से करेल S, 
जनता से काहें ना तू डरेल S ? 
भड़कल बाटे जनता अब गली-गली, 
ऐ मोदी जी, राउर अब राज़ ना चली। 

समझ नाहीं आवे, अपने आप के तू का बुझेल S? 
अईसन-अईसन Idea कहाँ से सुझेला? 
बने के कोशिश मत कर S तू बाहुबली, 
ऐ मोदी जी, राउर अब राज़ ना चली। 

अग्निपथ लावे के जरुरी का रहे? 
का पहिले वाला नियम सही ना रहे? 
ए स्कीम के विरोध में एक-एक जवान तोहसे लड़ी, 
ऐ मोदी जी, राउर अब राज़ ना चली। 

आर्मी सन के तू दर्द ना समझा S तारा S, 
सिंहासन पर बैठ के  बेदर्द हो गईल बाड़ा S। 
लाग S ता अब तोहरा ऑफिसवे के बाहर टायर जली, 
ऐ मोदी जी, राउर अब राज़ ना चली। 

लेखक: निरज यादव (मोतिहारी, बिहार) 

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गमछा

इस गमछे की एहमियत हमें बचाये रखना है। दुनिया के किसी भी कोने में क्यों न रहे? गमछा सदा लगाये रखना है।