Sunday, 13 December 2020

नया साल - 2021 शायरी

 नई साल, नई शुरूआत होगी।

पुराने साल की यादगार रात होगी।

और कैसे प्रवेश करें हम नये साल में,

बस यही सब बात होगी।

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गमछा

इस गमछे की एहमियत हमें बचाये रखना है। दुनिया के किसी भी कोने में क्यों न रहे? गमछा सदा लगाये रखना है।