Friday, 9 December 2022

बचपन की कहानी सुनाओ ना...

बचपन की कहानी सुनाओ ना...


माँ मेरे... बचपन की कहानी

फिर से सुनाओ ना... 

‘तू मेरा लाडला है’ कहकर, 

फिर से बुलाओ ना... 

माँ मेरे... बचपन की कहानी

फिर से सुनाओ ना... 


आया हूँ कई वर्षों बाद

अपने हाथों से खिलाओ ना... 

शैतानी करूँ तो मुझे, 

थोड़ा डांट भी लगाओ ना... 

माँ मेरे... बचपन की कहानी

फिर से सुनाओ ना... 


भटकूँ ना अपने मंजिल से

इसके लिए ठीक से मुझे समझाओ ना... 

गर भटक जाऊँ तो मुझे

सही राह दिखलाओ ना... 

माँ मेरे... बचपन की कहानी

फिर से सुनाओ ना... 


जो तू कहा करती थी मेरे बचपन में

उसको फिर से दोहराओ ना... 

माँ मेरे... बचपन की कहानी

फिर से सुनाओ ना... 


© Niraj Yadav 🇮🇳

(Bhopatpur Nayakatola, Motihari: Bihar)

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